विषय सूची:-
खण्ड ‘अ’ : इकाई- I
1. भारतीय वित्त बाजार 2. मुद्रा बाजार – आशय, उद्देश्य, प्रकृति एवं लाभ 3. माँग मुद्रा बाजार 4. भारतीय मुद्रा बाजार की आधुनिक प्रवृत्तियाँ
इकाई- II
5. पूँजी बाजार 6. पूँजी बाजार के विभिन्न मध्यस्थ 7. प्राथमिक (नवप्रवर्तन) बाजार 8. द्वितीय (स्टॉक) बाजार 9. स्टॉक एक्सजेन्ज – भूमिका एवं कार्य 10. सूचीयन प्रक्रिया एवं वैधानिक औपचारिकताएँ 11. सार्वजनिक निर्गमन – मूल्य निर्धारण एवं विपणन 12. स्टॉक बाजार – उद्गम, विकास एवं वर्तमान स्थिति (एन. एस. ई. एवं ओ. टी. सी. ई. आई. सहित)
इकाई- III
13. स्टॉक बाजार निवेशक संरक्षण 14. भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) 15. कम्पनी विधान मण्डल
इकाई- IV
16. स्टॉक दलाल व उप – दलाल 17. बाजार निर्माता एवं जॉबर (कृत्यकी) 18. निवेश परामर्शदाता 19. संस्थागत निवेशक 20. अनिवासी भारतीय
इकाई- V
21. मर्चेण्ट बैंकिंग – कार्य एवं भूमिका 22. सेबी के दिशा निर्देश 23. साख आंकलन – अवधारणा, कार्य एवं प्रकार
खण्ड ‘ब’ : विनियोग प्रबन्ध
1. विनियोग : अर्थ, प्रकृति, उद्देश्य एवं प्रकार 2. विनियोग प्रक्रिया 3. विनियोग के विकल्प : विनिमय साध्य एवं गैर – विनिमय साध्य विनियोग 4. प्रत्याय : अवधारणा, विश्लेषण एवं माप 5. जोखिम : अवधारणा, माप, व्यवस्थित, अव्यवस्थित एवं प्रतिभूति जोखिम 6. प्रतिभूति विश्लेषण : आधारभूत (आर्थिक एवं औद्योगिक) एवं तकनीकी विश्लेषण 7. सक्षम बाजार परिकल्पना : कमजोर , सह – सुदृढ़ एवं सुदृढ़ बाजार 8. पूंजी सम्पत्तियों मूल्य अभिकल्प 9. पोर्टफोलियो मूल्यांकन : जैनसैन, शार्प एवं ट्रेनर मॉडल |
अतिरिक्त जानकारी :-
इस पुस्तक के लेखक डॉ. वी.सी. सिन्हा, डॉ. प्रवीण कुमार अग्रवाल एवं डॉ. उपेंद्र कुमार हैं। डॉ. वी. सी. सिन्हा पूर्व कुलपति एवं विभागाध्यक्ष, व्यावसायिक प्रशासन विभाग, अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, रीवा से सेवानिवृत्त हैँ। डॉ. प्रवीण कुमार अग्रवाल बरेली कॉलेज, बरेली के वाणिज्य विभाग में रीडर हैं। डॉ. उपेंद्र कुमार महाराजा अग्रसेन महाविद्यालय के वाणिज्य विभाग में कार्यरत हैं।
ISBN | 978-93-5047-168-5 |
Size (Cm) | 24 x 16 x 2 |
Weight (Gram) | 550 |
Pages | 433 |
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