विषय सूची :-
अध्याय –इकाई – प्रथम
1. प्रबन्ध – अर्थ , अवधारणाएँ , परिभाषाएँ, लक्षण, शब्दावली की समस्या – प्रबन्ध बनाम् प्रशासन, योगदान एवं महत्ता, नवीन छवि एवं प्रेरक तत्व तथा भावी चुनौतियाँ 2. प्रबन्ध विचारधारा के स्कूल 3. प्रबन्धक के कार्य 4. नियोजन – अवधारणा , प्रकार एवं महत्ता 5. संगठन – अर्थ, अवधारणा, प्रकृति, प्रक्रिया, सिद्धान्त एवं महत्ता 6. संगठनों के प्रकार अथवा प्रारूप तथा विचारधाराएँ 7. अधिकार ( सत्ता ), उत्तरदायित्व एवं शक्ति 8. भारार्पण अथवा अधिकार का भारार्पण 9. केन्द्रीयकरण तथा विकेन्द्रीकरण 10. स्टाफिंग 11. संचालन ( निर्देशन ) -अर्थ, लक्षण, पहलू , कार्य, महत्व, सिद्धान्त, तकनीकें एवं प्रभावी संचालन की आवश्यकताएँ 12. समन्वय 13. नियन्त्रण अथवा प्रबन्धकीय नियन्त्रण – अवधारणा, प्रकृति, प्रक्रिया एवं तकनीके – परम्परागत एवं आधुनिक |
इकाई – द्वितीय
14. संगठनात्मक व्यवहार – अवधारणा, परिभाषा, लक्षण, महत्ता, प्रबन्ध एवं संगठनात्मक व्यवहार में सम्बथ 15. प्रबन्ध में नैतिक आयाम का उदय 16. मनोवृत्तियाँ अथवा अभिवृत्तियाँ 17. अवबोधन 18. सीखना 19. व्यक्तित्व 20. व्यवहारात्मक विश्लेषण |
इकाई – तृतीय
21. अभिप्रेरण – अवधारणा, प्रक्रिया, विचारधाराएँ एवं महत्व 22. समूह गत्यात्मकता |
इकाई – चतुर्थ
23. नेतृत्व – अवधारणा, विचारधाराएँ एवं शैलियाँ 24. संगठनात्मक संघर्ष
इकाई – पंचम
25. सन्देशवाहन अथवा सम्प्रेषण – अर्थ, अवधारणा, प्रकृति, प्रकार, अन्तर्वैयक्तिक तथा संगठनात्मक सन्देशवाहन, प्रभावी सन्देशवाहन, एकमार्गीय तथा दिमार्गीय सन्देशवाहन प्रक्रिया, जाल, बाधाएँ ( रुकावटें ) एवं सन्देशवाहन में सुधार 26. संगठन विकास 27. परिवर्तन का प्रबन्ध – अवधारणा, परिवर्तन की आवश्यकता, प्रकृति, प्रकार, प्रभाव, परिवर्तन का प्रतिरोध, प्रतिरोध को कम करने के उपाय तथा नियोजित परिवर्तन प्रक्रिया
अतिरिक्त जानकारी :-
ISBN | 978-93-5047-223-1 |
Size (Cm) | 24 x 18 x 1.5 |
Weight (Gram) | 500 |
Pages | 439 |
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