विषय सूची:-
1. ग्रामीण समाजशास्त्र : विषय – वस्तु, क्षेत्र एवं महत्व 2. नगरीय समाजशास्त्र : क्षेत्र, विषय – वस्तु एवं महत्व 3. ग्रामीण तथा नगरीय समाजशास्त्र के अध्ययन के उपागम 4. ग्रामीण एवं नगरीय समाज के विशिष्ट लक्षण एवं भिन्नताएँ 5. ग्रामीण एवं नगरीय जाति : अवधारणा, विशेषताएँ एवं परिवर्तन 6. ग्रामीण एवं नगरीय परिवार 7. ग्रामीण एवं नगरीय अनुष्ठानिक संरचना 8. स्त्रियों की प्रस्थिति 9. ग्रामीण एवं नगरीय व्यवसाय 10. श्रम बाजार एवं प्रौद्योगिकी 11. अर्थव्यवस्था एवं उत्पादन – सम्बन्ध 12. संरचनात्मक एकीकरण तथा विभेदीकरण 13. जजमानी व्यवस्था तथा परिवर्तनशील श्रम बाजार 14. ग्रामीण – नगरीय सातत्य 15. ग्रामीण एवं नगरीय प्रव्रजन 16. ग्रामीण विकास से सम्बन्धित मुद्दे 17. नगरीय विकास से सम्बधित मुद्दे 18. ग्रामीण एवं नगरीय शक्ति – संरचना : बदलते आयाम 19. ग्रामीण एवं नगरीय वर्ग : वर्तमान परिवर्तन 20. ग्रामीण एवं नगरीय समुदाय में स्थानीय शासन 21. ग्रामीण एवं नगरीय सामाजिक संगठन : औपचारिक तथा अनौपचारिक |
अतिरिक्त जानकारी :-
इस पुस्तक के लेखक डॉ. गोपाल कृष्ण अग्रवाल हैं। डॉ. गोपाल कृष्ण अग्रवाल कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल के समाजशास्त्र विभाग के सेवानिवृत्त आचार्य हैँ।
ISBN | 978-93-5047-074-9 |
Size (Cm) | 24 x 16 x 2 |
Weight (Gram) | 300 |
Pages | 288 |
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