विषय सूची :-
अध्याय – खण्ड ‘क’ – पर्यावरणीय शिक्षा एवं ग्रामीण विकास
1. पर्यावरणीय शिक्षा 2. पर्यावरणीय संसाधन – शक्ति / ऊर्जा, जल तथा वायु 3. पर्यावरणीय संसाधन – मिट्टी, खनिज, पौधे तथा जन्तु 4. संसाधन और जनसंख्या विस्फोट 5. औद्योगीकरण का पर्यावरण पर प्रभाव 6. आधुनिक कृषि का पर्यावरण पर प्रभाव 7. भूमि उपयोग, मृदा अवक्रमण, जनसंख्या का बढ़ता दबाव और वन क्षीणता 8. जल, वायु और मृदा का पर्यावरणीय प्रदूषण 9. खतरनाक औद्योगिक एवं कृषि उत्पाद 10. ग्रामीण विकास 11. भारत में भूमि उपयोग तथा उसका पार्श्व दृश्य (चित्रण) 12. आर्थिक पिछड़ापन और गरीबी 13. कृषि की उत्पादकता 14. अनाचार 15. ग्रामीण कूड़े-कचरे का पुनः उपयोग
खण्ड ‘ख’ : उद्यमिता विकास
16. व्यवसाय में उद्यमिता का बोध 17. उद्यमिता के मूल्य, प्रवृत्तियाँ एवं क्षमताएँ 18. उद्यमिता अभिप्रेरणा 19. उद्यम चलाने की क्षमता 20. विपणन (बाजार) 21. परियोजना का चयन
अतिरिक्त जानकारी :-
इस पुस्तक के लेखक लैफ्टी. डॉ. एस. पी. सक्सेना (एम. कॉम., पी-एच. डी., एन.सी.सी. ऑफिसर प्रवक्ता,वृन्दावन विद्यापीठ इंटर कॉलेज, वृन्दावन, मथुरा) हैं।
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Size (Cm) | 24 x 18 x 2 |
Weight (Gram) | 350 |
Pages | 280 |
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