विषय सूची :-
अध्याय – 1. भारतीय अर्थव्यवस्था-संरचना एवं विशेषताएँ तथा एक विकासशील अर्थव्यवस्था 2. भारत के राज्यों का तुलनात्मक आर्थिक विकास 3. कृषि क्षेत्र-संस्थागत सुधार एवं तकनीकी परिवर्तन 4. कृषि और उद्योग के बीच व्यापार की शर्तें 5. भारत में कृषि कीमत नीति 6. सतत कृषि के लिए नीतियाँ 7. कृषि संकट 8. कृषि श्रम 9. भारत का औद्योगिक क्षेत्र 10. भारत में औद्योगिक नीति एवं सुधार 11. औद्योगिक लाइसेंसिंग नीति- एम.आर.टी.पी. 12. भारत में सार्वजनिक उद्यम 13. निजीकरण एवं विनिवेश 14. सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम 15. भारत में वृहद् उद्योग 16. औद्योगिक श्रम 17. श्रम संघ आन्दोलन 18. भारत में नियोजन-उद्देश्य, रणनीति एवं सफलता की कहानी 19. नीति आयोग (राष्ट्रीय भारत परिवर्तन संस्थान) 20. समावेशी विकास की रणनीति 21. विकास के लिए संसाधन जुटाना 22. उ. प्र. की अर्थव्यवस्था- प्रकृति, विशेषताएँ, प्राकृतिक संसाधन एवं जनांकिकी 23. उत्तर प्रदेश में वृद्धि एवं विकास को प्रभावित करने वाले कारक (आर्थिक एवं गैर-आर्थिक) 24. उत्तर प्रदेश में क्षेत्रवार आर्थिक वृद्धि पैटर्न एवं भारतीय व्यवस्था से तुलना 25. उत्तर प्रदेश का आधारभूत संरचना विकास 26. भूमि व्यवस्था एवं सुधार – उत्तर प्रदेश में कृषि जोत, चकबन्दी एवं सिंचाई 27. उत्तर प्रदेश में कृषि उत्पादन एवं उत्पादकता-कृषि यन्त्रीकरण, फसल विविधीकरण, कृषि नीति एवं कृषि ऋण 28. उत्तर प्रदेश में ग्रामीण विकास 29. उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास-समस्याएँ, नीतियाँ एवं प्रमुख उद्योग 30. सेवा क्षेत्र एवं उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के अन्य क्षेत्रों से संयोजन 31. उत्तर प्रदेश में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उपक्रम – एक उत्पाद – एक जिला |
अतिरिक्त जानकारी :-
इस पुस्तक के लेखक डॉ. वी.सी. सिन्हा एवं डॉ. रितिका सिन्हा हैं। डॉ. वी. सी. सिन्हा पूर्व कुलपति एवं विभागाध्यक्ष, व्यावसायिक प्रशासन विभाग, अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, रीवा से सेवानिवृत्त हैँ। डॉ. रितिका सिन्हा बेंगलुरु सिटी यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु में अर्थशास्त्र विभाग की अध्यक्ष हैं।
ISBN | 978-81-19142-73-6 |
Size (Cm) | 24 x 18 x 2.5 |
Weight (Gram) | 450 |
Pages | 400 |
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