यूरोप का इतिहास (History of Europe 1815 – 1945) पुस्तक की पाठन सामग्री को नवीनतम पाठ्यक्रम अनुसार तैयार किया गया है। पुस्तक में प्रथम संस्करण 1450 ई. से 1789 में फ्रांस की क्रांति, अमेरिका का स्वतंत्रता युद्ध, तर्कवाद का युग, आदि तथा दूसरा संस्करण 1789 ई. से 1870 ई. में यूरोप में समाजवाद एवं श्रमिकवाद , इटली का एकीकरण, इंग्लैंड में उदारवाद एवं लोकतंत्र तथा पुस्तक के तीसरे संस्करण 1760 ई. से 19191 ई. में छीन की क्रांति, जापान का उत्थान, पेरिस शांति सम्मेलन तथा संधियाँ, आदि, चतुर्थ संस्करण में 1815 ई. से 1945 ई. तक के इतिहास को शामिल किया गया है।
History of Europe [यूरोप का इतिहास (1815 – 1945)]
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यूरोप का इतिहास (History of Europe 1815 – 1945) Book बी.ए (B.A), एम.ए (M.A) और अन्य कोर्स कर रहे छात्रों के लिए उपयोगी होगी। पुस्तक की भाषा को सरल एवं बोधगम्य है। पुस्तक की पाठन सामग्री को नवीनतम पाठ्यक्रम अनुसार तैयार किया गया है। विषय की तारतम्यता का ध्यान रखा गया है। पाठ्य पुस्तक में प्रथम संस्करण 1450 ई. से 1789 में फ्रांस की क्रांति, अमेरिका का स्वतंत्रता युद्ध, तर्कवाद का युग, आदि तथा दूसरा संस्करण 1789 ई. से 1870 ई. में यूरोप में समाजवाद एवं श्रमिकवाद , इटली का एकीकरण, इंग्लैंड में उदारवाद एवं लोकतंत्र तथा पुस्तक के तीसरे संस्करण 1760 ई. से 19191 ई. में छीन की क्रांति, जापान का उत्थान, पेरिस शांति सम्मेलन तथा संधियाँ, आदि, चतुर्थ संस्करण में 1815 ई. से 1945 ई. तक के इतिहास को शामिल किया गया है। द्वितीय विश्व युद्ध जर्मनी में नाजीवाद : हिटलर, विश्वव्यापी आर्थिक मंदी, राष्ट्र संघ, बिस्मार्क की नीतियाँ तो वहीं पांचवें संस्करण में 1871 ई.से 1950 ई. तक के बारे लिखा गया है। लघु उत्तरीय, वस्तुनिष्ठ, दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों को विद्यार्थियों के लिए अभ्यास एवं मार्गदर्शन के तौर पर शामिल किया गया है। पुस्तक रचनात्मक एवं सुंदर मुद्रण में प्रस्तुत की गई है। पाठकों एवं विद्यार्थियों के लिए पुस्तक को उपयोगी बनाने का प्रयास किया गया है। विषय सूची के लिए लुक इनसाइड के बटन पर क्लिक करे।
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