व्यवसायिक एवं कार्यालय संगठन Vyavsayik evam Karalya Sangthan for Class XII (NCERT-CBSE)
- पुस्तक के प्रत्येक अध्याय की विषय सामग्री को आवश्यकतानुसार, व्यवस्थित एवं क्रमबद्ध किया गया है। नवीन पाठ्यक्रम 10 + 2 योजना विषय का विवेचन आकर्षक एवं रोचक शैली तथा सरल भाषा में करने का प्रयास किया गया है।
- पुस्तक में नवीनतम सूचनाओं, सरकारी नीति एवं आँकड़ो का समावेश करने का प्रयास किया है ताकि विद्यार्थियों को नई से नई विषय सामग्री की जानकारी प्राप्त हो सके। पुस्तक को अद्यतन करने के लिये नये Economic Survey, वार्षिक योजना, भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड (SEBI) द्वारा जारी विभिन्न परिपत्रों का सहारा लिया गया है।
- पुस्तक आधुनिक परिपाटी एवं तकनीकी पर आधारित है। पुस्तक में प्रबन्ध के सिद्धांतो को आधुनिक वाणिज्य की शिक्षण पध्दतियों के अनुसार प्रस्तुत किया गया है ताकि अध्ययन बोझ न बनकर रुचिकर बन जाए।
- पुस्तक में संकल्पनात्मक सुस्पष्टता, व्यावसायिक प्रक्रियाओं के कार्यकरण तथा बुनियादी संकल्पनाओं के अनुप्रयोग पर पर्याप्त बल दिया गया है ताकि शिक्षण से सम्बन्धित तीनों उद्देशो अर्थात ज्ञान, बोध और अनुप्रयोग की हो सके।
- विद्यार्थियों में विषय सामग्री की अच्छी समक्ष विकसित करने के लिए प्रत्येक अध्याय में घटना अध्ययन (Case Studies) एवं ज्ञान को परखिये दिया गया है।
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Micro Economics (व्यष्टि अर्थशास्त्र) Vyashti Arthshashtra For Class XII
Introductory Micro Economics For Class XII (NCERT/CBSE)
व्यवसायिक एवं कार्यालय संगठन Vyavsayik evam Karalya Sangthan for Class XI (NCERT-CBSE)
- पुस्तक के प्रत्येक अध्याय की विषय सामग्री को आवश्यकतानुसार, व्यवस्थित एवं क्रमबद्ध किया गया है। नवीन पाठ्यक्रम 10 + 2 योजना विषय का विवेचन आकर्षक एवं रोचक शैली तथा सरल भाषा में करने का प्रयास किया गया है।
- पुस्तक में नवीनतम सूचनाओं, सरकारी नीति एवं आँकड़ो का समावेश करने का प्रयास किया है ताकि विद्यार्थियों को नई से नई विषय सामग्री की जानकारी प्राप्त हो सके। पुस्तक को अद्यतन करने के लिये नये Economic Survey, वार्षिक योजना, भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड (SEBI) द्वारा जारी विभिन्न परिपत्रों का सहारा लिया गया है।
- पुस्तक आधुनिक परिपाटी एवं तकनीकी पर आधारित है। पुस्तक में प्रबन्ध के सिद्धांतो को आधुनिक वाणिज्य की शिक्षण पध्दतियों के अनुसार प्रस्तुत किया गया है ताकि अध्ययन बोझ न बनकर रुचिकर बन जाए।
- पुस्तक में संकल्पनात्मक सुस्पष्टता, व्यावसायिक प्रक्रियाओं के कार्यकरण तथा बुनियादी संकल्पनाओं के अनुप्रयोग पर पर्याप्त बल दिया गया है ताकि शिक्षण से सम्बन्धित तीनों उद्देशो अर्थात ज्ञान, बोध और अनुप्रयोग की हो सके।
- विद्यार्थियों में विषय सामग्री की अच्छी समक्ष विकसित करने के लिए प्रत्येक अध्याय में घटना अध्ययन (Case Studies) एवं ज्ञान को परखिये दिया गया है।